राजस्थान के लोक गीत और लोकगायन शैलियाँ
राजस्थान के लोक गीत प्रमुख लोक गीत गोरबंध गीत – गोरबंध एक श्रृंगारिक गीत है। इसमें ऊँट के श्रृंगार का वर्णन किया जाता है। गोरबंध ऊँट का एक श्रृंगारिक आभूषण…
राजस्थान के लोक गीत प्रमुख लोक गीत गोरबंध गीत – गोरबंध एक श्रृंगारिक गीत है। इसमें ऊँट के श्रृंगार का वर्णन किया जाता है। गोरबंध ऊँट का एक श्रृंगारिक आभूषण…
राजस्थान के लोक गीत लोक जीवन से निकला गीत ही लोक संगीत कहलाता है। लोक गीत फसल कटने, विवाह, त्योहारों और यहाँ तक कि मृत्यु जैसे दुःखद अवसरों पर भी…
राजस्थान के संप्रदाय निम्बार्क सम्प्रदाय सलेमाबाद (अजमेर) में निम्बार्क सम्प्रदाय के प्रवर्तक परशुराम देव थे। निम्बार्क सम्प्रदाय के अनुयायी राधाजी को भगवान श्रीकृष्ण की पत्नी मानते है। सलेमाबाद में भाद्रपद…
राजस्थान के संत संत रामदासजी संत रामदास रामस्नेही संप्रदाय की खेड़ापा (जोधपुर ग्रामीण) शाखा के प्रवर्तक थे। इनका जन्म भीकमकोर गाँव (फलौदी) में हुआ था। संत रामदास मेघवाल जाति के…
राजस्थान के संत संत मीराबाई मेड़ता के राठौड़ शासक राव रत्नसिंह की पुत्री मीराबाई का जन्म 1498 ई. में कुड़की (जैतारण, ब्यावर) में हुआ था। मीरा के पिता का नाम…
राजस्थान के संत राजस्थान में राम, कृष्ण, शिव तथा दुर्गा पूजा पर आधारित अनेक धार्मिक संप्रदायों का जन्म एवं विकास हुआ है। राजस्थान में रामस्नेही, निम्बार्क, पाशुपत, लालदासी, चरणदासी, दादूपंथ,…