राजस्थान के त्योहार

राजस्थान के मेले एवं त्योहार राजस्थान प्रदेश के मेले, त्योहार की परम्परा देश में अन्यत्र कहीं नहीं मिलती है। प्रत्येक त्योहार, मेला यहाँ के लोक जीवन की किसी किंवदन्ती या ऐतिहासिक कथानक से जुड़ा हुआ है। इन मेलों और त्योहारों के अपने गीत और अपनी संस्कृति है, जिससे इनके प्रति जनमानस की गहरी भावात्मक आस्था … Read more

राजस्थान कला व संस्कृति – राजस्थान के मेले Part – 2

राजस्थान कला व संस्कृति – राजस्थान के मेले Part – 2 मुकाम का जाम्भेश्वर मेला विश्नोई सम्प्रदाय के संस्थापक जाम्भोजी के समाधि स्थल मुकाम (बीकानेर) में प्रतिवर्ष दो बार फाल्गुन कृष्णा अमावस्या एवं आश्विन कृष्णा अमावस्या को मेले लगते हैं। जाम्भोजी के मुस्लिम अनुयायी भी इस मेले में भाग लेने पहुँचते हैं। मरु मेला जैसलमेर … Read more

राजस्थान कला व संस्कृति – राजस्थान के मेले

राजस्थान के प्रमुख मेले पुष्कर मेला  कार्तिक शुक्ला एकादशी से पूर्णिमा तक पुष्कर (अजमेर) में विशाल मेला लगता है। इस मेले में विदेशी पर्यटक बड़ी संख्या में आते हैं। इसमें पर्यटन विभाग द्वारा अनेक प्रतियोगिताएँ तथा सांस्कृतिक कार्यक्रम आयोजित किए जाते हैं। पुष्कर मेला सम्भवतः राजस्थान का सबसे बड़ा मेला है। यह मेला ऊँटों की … Read more

राजस्थान की लोक देवियाँ Part-2

राजस्थान की लोक देवियाँ आई माता सीरवी जाति की कुलदेवी आई माता का समाधि स्थल बिलाड़ा (जोधपुर ग्रामीण) में है, जहाँ इनका मुख्य मंदिर बना है। इनके मुख्य मंदिर को बडेर और अन्य मंदिर को दरगाह कहते हैं। मुख्य मंदिर के दीपक की ज्योति से केसर टपकती है। आईमाता रामदेवजी की शिष्या थी। प्रत्येक महीने … Read more

राजस्थान की लोक देवियाँ

राजस्थान की लोक देवियाँ कैला देवी माता कैला देवी माता करौली के यादव वंश की कुल देवी हैं। इस क्षेत्र के मीणा व गुर्जरों की भी यह ईष्ट देवी हैं। त्रिकूट पर्वत (करौली) पर कैला देवी का मंदिर स्थित हैं। चैत्र शुक्ला अष्टमी को यहाँ इनका लक्खी मेला लगता है। मेले के दौरान लांगुरिया गीत … Read more

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